WELCOME TO FRENDZ4M |
Asia's No 1 Mobile Community |
Mon, Apr 29, 2024, 01:24:57 AM
Current System Time: |
Get updates | Share this page | Search |
Telegram | Facebook | Twitter | Instagram | Share on Facebook | Tweet Us | WhatsApp | Telegram |
MEHFIL-E-SHAYARI |
Page: 1 |
pratapa007 PM [1729] Rank : Newbie Status : Member |
pratapa007 [PM 1729] Rank : Newbie Status : Member |
#2 मेरे न होने को वो , कुछ इस तरह से बयाँ करेगा, मेरा नाम लेकर, रो रो कर हंसा करेगा, जीते जी कभी मिला नहीं वो ,मुझसे सलीके से, मेरे मरने के बाद वो क्या मेरे लिए दुआ करेगा, तोड़ दी मैंने उसके रिश्ते की सब टहनियां, अब बिना आग के कैसे वो, धुंआ करेगा, उसकी 'ना 'को जीते रहे हम इस उम्मीद पर कभी तो हार कर वो , मुझसे हाँ करेगा हम जान बूझ कर ,उस पर जान दे बैठे कभी तो वो मेरे लिए भी,कुछ नया करेगा थोड़ा दर्द और दे देते तो ,ग़ज़ल पूरी कर लेता इससे ज्यादा कोई उससे, इश्क और क्या करेगा |
pratapa007 [PM 1729] Rank : Newbie Status : Member |
#3 *हसरतों की मखमली चादर ओढ़,* *बुनते रहे ख़्वाबों के ताने- बाने।* *कुछ मिले कुछ समेटे कुछ छूटे,* *और बनते रहे जीवन के फ़साने।* *हर रोज़ उठ रही नयी ख्वाहिशें,* *इसी सिलसिले में बीत गए ज़माने।* *अपेक्षाएं खुद की कभी औरों की,* *गुनगुनाते रहे ताउम्र यही तराने।* *जज़्बात गुम और हम बेजुबान,* *बस भाग रहे न जाने क्या पाने।* |
Login |
Page: 1 |
Home | Top | Official Blog | Tools | Contact | Sitemap | Feed |
Page generated in 0.47 microseconds |